PM Vishwakarma Yojana Training Center List: जानें इसे कैसे देखें और क्या है योजना की खासियत

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना (PM Vishwakarma Yojana) भारतीय कारीगरों और शिल्पकारों की कला को एक नई पहचान देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। यह योजना पारंपरिक कौशल को बढ़ावा देकर कारीगरों की आर्थिक स्थिति मजबूत करती है। आज इस लेख में हम योजना के तहत उपलब्ध ट्रेनिंग सेंटर्स की लिस्ट कैसे देखें, इसकी प्रक्रिया और योजना से जुड़े सभी अहम पहलुओं पर चर्चा करेंगे।

Table of Contents

PM Vishwakarma Yojana क्या है?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 17 सितंबर 2023 को लॉन्च की गई यह योजना पारंपरिक कारीगरों को उनके हुनर ​​के लिए न केवल पहचान देती है, बल्कि उन्हें आधुनिक तकनीकों से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करती है।

योजना की खास विशेषताएं:

  1. ट्रेड कवर: 18 पारंपरिक व्यवसाय शामिल।
  2. बजट आवंटन: 13,000 करोड़ रुपये।
  3. ऋण सहायता: 3 लाख रुपये तक का ब्याज-सब्सिडी लोन।
  4. प्रशिक्षण अवधि: बेसिक ट्रेनिंग (5-7 दिन), एडवांस्ड ट्रेनिंग (15 दिन या अधिक)।

PM Vishwakarma Yojana Training Center List कैसे देखें?

योजना के तहत अपने क्षेत्र में ट्रेनिंग सेंटर्स की जानकारी प्राप्त करना बेहद आसान है। इसके लिए निम्नलिखित स्टेप्स का पालन करें:

1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं

  • सबसे पहले NSDC (National Skill Development Corporation) की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।
  • वेबसाइट के होमपेज पर PM Vishwakarma Yojana सेक्शन पर जाएं।

2. डैशबोर्ड पर क्लिक करें

  • उपलब्ध विकल्पों में से ‘Dashboard’ पर क्लिक करें।

3. ट्रेनिंग सेंटर्स विकल्प चुनें

  • डैशबोर्ड पेज पर ‘Training Centers’ ऑप्शन पर क्लिक करें।

4. राज्य और जिला चयन करें

  • अपने राज्य और जिले का चयन करके सर्च बटन दबाएं।

5. Focus Mode का उपयोग करें

  • ट्रेनिंग सेंटर्स की पूरी लिस्ट को देखने के लिए ‘Focus Mode’ का चयन करें।

6. डिटेल देखें

  • आपके क्षेत्र के ट्रेनिंग सेंटर का नाम, पता, और संपर्क नंबर दिखाई देगा।

PM Vishwakarma Yojana से मिलने वाले लाभ

इस योजना से जुड़े लाभ आपके हुनर ​​को एक नई दिशा देने में मदद करते हैं।

प्रमुख लाभ:

  1. कौशल विकास: बेसिक और एडवांस्ड ट्रेनिंग के माध्यम से स्किल्स को अपडेट करने का मौका।
  2. टूलकिट सपोर्ट: ₹15,000 तक का ई-वाउचर टूल्स के लिए।
  3. डिजिटल लेनदेन का प्रोत्साहन: प्रति लेनदेन ₹1 (100 लेनदेन तक)।
  4. मार्केटिंग सपोर्ट: प्रोडक्ट की ब्रांडिंग और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर लिस्टिंग।
  5. ऋण सुविधा: 3 लाख रुपये तक का लोन केवल 5% की रियायती ब्याज दर पर।

योजना के लिए पात्रता

योजना का लाभ पाने के लिए आपको निम्नलिखित पात्रता शर्तों को पूरा करना होगा:

  • आयु: 18 वर्ष या उससे अधिक।
  • व्यवसाय: 18 पारंपरिक व्यवसायों में से किसी एक में सक्रिय होना आवश्यक।
  • दस्तावेज़: आधार कार्ड और बैंक खाते का विवरण अनिवार्य।
  • स्वरोजगार: खुद का काम या परिवार के व्यवसाय में शामिल होना जरूरी।

योजना के तहत कवर किए गए व्यवसाय

PM Vishwakarma Yojana के तहत 18 पारंपरिक व्यवसाय शामिल किए गए हैं:

  1. बढ़ई (Carpenter)
  2. सुनार (Goldsmith)
  3. कुम्हार (Potter)
  4. धोबी (Washerman)
  5. दर्जी (Tailor)
  6. राजमिस्त्री (Mason)
  7. चर्मकार (Cobler)
  8. मूर्तिकार (Sculptor)
    …और अन्य।

PM Vishwakarma Yojana लोन स्कीम

योजना के तहत 3 लाख रुपये तक का लोन उपलब्ध कराया जाता है।

लोन की प्रक्रिया:

  1. पहला ट्रांच: 1 लाख रुपये (बेसिक ट्रेनिंग के बाद)।
  2. दूसरा ट्रांच: 2 लाख रुपये (पहला ट्रांच चुकाने के बाद)।
  3. ब्याज दर: 5% वार्षिक।
  4. रिपेमेंट अवधि: पहले ट्रांच के लिए 18 महीने और दूसरे के लिए 30 महीने।

योजना का महत्व

PM Vishwakarma Yojana केवल एक स्कीम नहीं, बल्कि उन कारीगरों के जीवन में बदलाव का माध्यम है जिनके हुनर को अब तक पहचान नहीं मिली थी। यह योजना न केवल उनकी आर्थिक स्थिति सुधारती है, बल्कि ‘वोकल फॉर लोकल’ को भी बढ़ावा देती है।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना पारंपरिक कारीगरों के लिए एक बेहतरीन मौका है, जो उन्हें न केवल आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगी, बल्कि उनके कौशल को वैश्विक पहचान दिलाने में भी मदद करेगी। योजना से जुड़ी हर जानकारी को सही समय पर समझना और लागू करना बेहद जरूरी है।

डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल जानकारी के लिए है। योजना की सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।

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